मोटिवेशनल स्पीकर, कॉरपोरेट ट्रेनर एवं लेखक डॉ.विवेक बिंद्रा के खिलाफ जयपुर में जयपुर मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता ने एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में डॉ. गुप्ता ने शिकायत की है कि उन्होनें डॉ. विवेक बिंद्रा का सोशल साइट पर एक वीडियो देखा था जिसमें डॉ. बिंद्रा ने देश के सभी डॉक्टर्स को खूनी, लुटेरा जैसे आपत्तिजनक शब्द कहे हैं। उन्होंने एफआईआर में बताया कि डॉ. बिंद्रा के वायरल हुए वीडियो में उन्होंने डॉक्टरों को सफेद कोट के खूनी लुटेरे कहा है।
उन्होंने कहा कि विवेक बिंद्रा ने समाज में जहर घोल कर शांत वातावरण को खत्म कर अशांति फैलाने व समाज को भड़काने की कोशिश की है। डॉ. गुप्ता ने पुलिस को बिंद्रा की हेट स्पीच वाली सीडी सौंपते हुए उन पर आईटी एक्ट के तहत धारा 66A, 66B, 66C, 66D, 66E व आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 500 व अन्य के तहत आपराधिक एफआईआर दर्ज कराई है।
EDITOR
KOMALPREET KAUR
THE PUNJAB NEWS
Harmanpreet kaur
ReplyDelete2 घंटे के 5 लाख वसूलने वाले mr. बिंद्रा तुम क्या जानो एक आम आदमी का दर्द क्या होता है । तुम भी उन्हीं राजनेताओं की तरह हो जो 5 star बंगले में बैठकर गरीबों के लिए योजनाएं बनाते है... और तुम्हारी कोशिश कामयाब भी हो रही है क्योंकि इस देश की ज़्यादातर जनता तथ्यों को जानने की वजाए तुम जैसे लोगों की videos देखकर अपना ज्ञान अर्जित करती है.... Mr. बिंद्रा , डॉक्टर्स भी हमारे तुम्हारे बीच से ही आते हैं किसी अन्य ग्रहों से नही , और उसमें भी इस देश की जनता की तमाम अच्छाइयां और बुराइयां हैं....लेकिन ये कौन सी संस्कृति है कि सस्ती लोकप्रियता कमाने के लिए सारी कम्युनिटी को ही बदनाम किया जाता हो.... जिसे जो मन करता है you-tube पर videos upload कर देता है , TV shows में आकर जात और धर्म को लेकर तमाम अपशव्द बोलकर चला जाता है , हार्दिक और जिग्नेश जैसे लोग इसी सस्ती लोकप्रियता के लिए सड़कों पर दंगे करवाते हैं..... ये सब हो क्या रहा है.
Mr. बिंद्रा , मुखिया से लेकर DM तक एक भी ऐसे सरकारी पोस्ट का नाम बताओ जो अपनी ईमानदारी के लिए जाना जाता हो.... ये सारे लोग उन पैसों का गबन करते हैं जिसके लिए हम जनता tax भरते हैं.... हमारे दिए हुए tax से भारत के तमाम राजनेता , अफ़सर , पुलिस और व्यापारी अपनी जेब भरते हैं । और इस बात की जानकारी तुम्हारे साथी आमिर ख़ान को भी है जो इस देश की गरीबी और झोपड़ियों का दर्द दुनिया को दिखाकर अरबों रुपये कमाते हैं , फिर भी यह देश रहने के लिए सुरक्षित नहीं लगता...... क्या कोई बताएगा कि ये बिंद्रा और ख़ान अपनी अपनी कमाई का कितना प्रतिशत गरीबों के उत्थान के लिए खर्च करते हैं ?
Mr. बिंद्रा ,
1. इस देश की total मेडिकल seats का 70 प्रतिशत हिस्सा प्राइवेट college से आती है जो ज़्यादातर दक्षिण भारत के नेताओं के हैं और , जिसमें एक MD /MS की सीट के लिए 5 crore तक पैसे वसूले जाते हैं । कभी पूछा है सरकार से की यह गोरखधंधा बंद क्यों नहीं करते ?
2. इस देश के ज़्यादातर महंगे हॉस्पिटल्स में नेताओं या बिज़नेस मैन के पैसे लगे हैं..... डॉक्टर बस इलाज करते हैं ...पैसे तो उनके मालिक वसूलते हैं.
3. दवाएं और उपकरण मंहगी हैं , क्योंकि सारे रिसर्च विदेशों में होते हैं और वहीं पर उन दवाओं और उपकरण का पेटेंट भी होता है. कभी सरकार से पुछो की मनरेगा में अरबो रुपये खैरात बांटे जाते हैं वोट के लिए ,लेकिन education और रिसर्च पर GDP का कितना प्रतिशत खर्च होता है ? फिर सरकार दवाओं का निर्माण स्वयं क्यों नहीं करती ? बिचौलियों(स्टॉकिस्ट , wholeseller , और खुदरा विक्रेता) से होकर आते आते दवाओं की कीमत आसमान छूने लगती है।
4. अगर डॉक्टर्स ज़्यादा पैसे वसूलते हैं तो सरकार अच्छे हॉस्पिटल्स क्यों नहीं खोलती ? डॉक्टर तो किसी को बुलाने नहीं जाता !
Mr. बिंद्रा , स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि अगर समाज और देश के लिए सच में कुछ करना चाहते हो तो सबसे पहले उसकी बुराई करना छोड़ दो.... मैं राघवेंद्र सिंह , तुम्हें बताना चाहता हूं कि परोपकार तुम नहीं कर रहे हो , बल्कि ऐसे हज़ारो और लाखों लोग जो इसी भारत भूमि के हैं और जिनके बांये हाथ को भी ख़बर नहीं कि दाहिने हाथ ने कितना खोया है...... तुम तो केवल व्यापारी हो ।