Students of CMC Ludhiana have performed
extremely well at the examinations of final professional MBBS, the results of
which were declared by Baba Farid University of Health Sciences recently.Bhumika obtained the first position in the
University scoring a total of 682 marks
BHUMIKA
while Madhurima Barik and Kripa Anna Varghese
bagged fourth and fifth position by scoring 641 and 638 marks respectively. In
addition, Madhurima obtained a distinction in Obstetrics and Gynaecology.
MADHURIMA
Bhumika has done her schooling from Chandigarh
and attributes her success to group study and discussion undertaken on a
regular basis. She also feels that correlating the theoretical knowledge with
what is seen in the clinical side helped to understand the diseases better.
Madhurima has done her schooling from Balangir, Odisha. She has been a regular
in studies and feels that practicals helped her to cover the syllabus meaningfully.
KRIPA ANNA
. Kripa, who is from Thiruvala, Kerala feels
that though she learnt from the books, the knowledge acquired during clinical
postings helped her in better understanding. Bhumika aspires for a career in medicine;
Madhurima wants Pediatrics while Kripa is aiming to become an ObstetricianDr. Tejinder Singh, Principal of the College and
Dr. Abraham G Thomas, Director along with all faculty congratulated all the
students for their devoted commitment to studie
दिल के दौरे का सबसे बड़ा लक्षण माना जाता है- सीने में तेज़ दर्द.
अक्सर किसी फ़िल्मी दृश्य में जब कभी किसी को दिल का दौरा पड़ता है तो वो अपना
सीना ज़ोर से जकड़ लेता है, दर्द के मारे उनकी आँखों में घबराहट दिखने लगती है और
वो ज़मीन पर गिर पड़ते हैं. हम सभी को लगता है कि दिल का दौरा पड़ने पर ऐसा ही
एहसास होगा जैसे हमारे सीने को कुचला जा रहा है. ऐसी अनुभूति होती भी है, लेकिन
हमेशा नहीं.
जब दिल तक खून की आपूर्ति नहीं हो
पाती तो दिल का दौरा पड़ता है. आमतौर पर खून के किसी थक्के के बीच में आने की वजह
से खून दिल तक नहीं पहुँच पाता, इसीलिए सीने में तेज़ दर्द होता है. लेकिन कभी-कभी
दिल के दौरे में दर्द नहीं होता.
कई बार बहुत हल्का दर्द होता है और
लोगों को लगता है कि अपच के कारण गैस की वजह से ये दर्द हो रहा है और फिर जब कभी
अस्पताल में ईसीजी होता है तब पता चलता है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. इसे
साइलेंट हार्ट अटैक कहा जाता है.2016 में प्रकाशित एक शोध अध्ययन के मुताबिक दिल के दौरे के 45% मामले
साइलेंट हार्ट अटैक के हो सकते हैं.कई बार
मरीज़ को जबड़े, गर्दन, बाँह, पेट या पीठ में दर्द होता है, सांस लेने में तकलीफ़
होती है, कमज़ोरी महसूस होती है, चक्कर आते हैं, पसीना आता है, उल्टियाँ आती हैं-
लेकिन सीने में भयंकर दर्द नहीं होता और वे समझ नहीं पाते कि दरअसल उन्हें दिल की
बीमारी है.दिल का दौरा
पड़ने पर महिलाओं में सीने के दर्द की शिकायत पुरुषों के मुक़ाबले कम होती है,
लेकिन थकान, मतली, चक्कर, गर्दन, जबड़े या बांह में दर्द की शिकायत पुरूषों के
मुक़ाबले ज़्यादा होती है. लेकिन यह भी पाया गया कि अधिकांश मामलों में महिलाएं और
पुरुष दोनों ही को सीने में दर्द की शिकायत होती है, लेकिन करीब 33% महिलाओं और
लगभग 25% पुरुषों को दिल के दौरे के वक़्त सीने में किसी दर्द या जलन या बेचैनी का
एहसास नहीं हुआ और इस वजह से उन्हें यह समझने में भी मुश्किल हुई कि आखिर उनके साथ
हो क्या रहा है.
सीधी-सी बात है जब आप लक्षणों की गंभीरता को समझेंगे ही नहीं तो आप मदद भी नहीं
मांगेंगे. औसतन लोग डॉक्टरी मदद लेने से पहले 2 से 5 घंटे इंतज़ार करते हैं.सीने में
भयंकर दर्द तो खतरनाक है ही और इसकी वजह दिल का दौरा हो सकता है, लेकिन इतने ही
ख़तरनाक बाकी लक्षण भी हैं जैसे जबड़े, बांह या गर्दन में दर्द, जी मितलाना या
चक्कर आना . इसलिए इन लक्षणों को भी नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर की मदद
लें.
Dr. R.P. SinghManaging Director Chief Interventional Cardiologist Pancham Hospital,Ludhiana.More Than 20 Years of Experience with SuccessfullyPerformed25000Peripheral/CoronaryAngiographies,6000 Peripheral/Coronary Angioplasties
p
PANCHAM HOSPITAL OPP MODEL TOWN EXT ,JAWADDI BRIDGE LUDHIANA 24 HOUR EMERGENCY 8725008725