महिंद्रा आई सेंटर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ मनीषा महिंद्रा ने बताया कि टॉपिकल माइक्रो फेको आंखों के सफेद मोतियाबिंद के उपचार की एक अत्याधुनिक तकनीक है। इसमें किसी प्रकार के बड़े चीरे की आवश्यकता नहीं होती। ऑपरेशन की इस विधि के दौरान आंख में महज 2.8 एमएम का एक बारीक छेद किया जाता है, जिसके माध्यम से सफेद मोतिया को आंख के अंदर ही घोल दिया जाता है और इसी के माध्यम से ही फोल्डेबल लेंस को आंख के अंदर प्रत्यारोपित कर दिया जाता है। सामान्य ऑपरेशन आंख के आसपास इंजेक्शन लगाकर उसे सुन्न करके किया जाता है, ताकि आंख स्थिर रहे। इससे मरीज को दर्द भी होता है और इंजेक्शन से कुछ नुकसान भी हो सकता है। टॉपिकल माइक्रो फेको बिल्कुल आधुनिक तकनीक है। इसमें किसी प्रकार का इंजेक्शन नहीं लगाया जाता। केवल ऊपर से कुछ बूंद दवा डालकर ऑपरेशन शुरू कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन का सबसे बड़ा लाभ यह है कि बिना दर्द हुए इस ऑपरेशन के बाद मरीज को किसी प्रकार की पट्टी भी बांधनी नहीं पड़ती और वह ऑपरेशन के तुरंत बाद देखने लगता है। मरीज को अस्पताल से तुरंत छुट्टी भी दे दी जाती है और किसी प्रकार का परहेज भी जरूरी नहीं इससे निश्चित रूप से मरीजों को लाभ मिलेगा।